बदलाव की शक्ति...(महाकाव्य अंश:-2)

बदलाव की शक्ति...(महाकाव्य अंश) 

दिल के रिश्तों  का कैसे इंसाफ किया जाये..*
जब दूरी बढ़ा कर 'तुम' को 'आप' किया जाये....* 
मन के हर मैल को मेल बढ़ाकर कैसे साफ़ किया जाये,*
रिश्ते बचाएं या रिश्ते को साफ़ किया जाये..*
बढ़ रही यूं दूरियां अब ऐसे,*
 
कि कैसे अब एक-दूजे को माफ़ किया जाये...*
जब उलट जाएं जीवन के सारे प्रतिमान,*
फिर कैसे पापों का पश्चाताप किया जाये*.....

क्रमशः.... 

दीपक क्रांति 🙏

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