असम्भव कुछ नही

शीर्षक - असम्भव कुछ नही 
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कुछ भी नही असम्भव , 
अगर कर ले तू इरादा । 
कल कि तू क्यू है सोचे , 
आज कर ले एक वादा ॥ 
अवनि से लेके अम्बर । 
दरिया से लेके सागर ।  
सब होंगे तेरे जद में , 
बस निभा ले खुद से वादा ॥ 
कुछ भी नही असम्भव , 
अगर कर ले तू इरादा । 
कल कि तू क्यू है सोचे , 
आज कर ले एक वादा ॥ 
काँटों भरा ये पथ है । 
पावक घिरा ये रथ है । 
तू बनेगा कुन्दन , 
बस तप का कर ले वादा ॥ 
कुछ भी नही असम्भव , 
अगर कर ले तू इरादा । 
कल कि तू क्यू है सोचे , 
आज कर ले एक वादा ॥ 


सर्वमौलिक अधिकार सुरक्षित 
विशाल चतुर्वेदी " उमेश " 
जबलपुर मध्यप्रदेश 
vis26div@gmail.com


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