यशस्वी प्रधानमंत्री युग पुरूष माननीय अटल बिहारी बाजपेयी जी की द्वितीय पुण्य तिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित...
हे अटल!तुम्हें, शत शत नमनवंदन है,अभिनंदन है..।।सम्पूर्ण राष्ट्र को दिया तुमने मानतुम सृष्टि के अद्भुत,थे नायकरहे अटल और, दृढ़ निश्चयी तुमअटल विश्वास के,धनी कुबेर तुम..।।अद्भुत था, वाक चातुर्य तुम्हारानिर्भीक,निडर और स्वाभिमानीतेजस्वी मुख मण्डल,दैदीप्यमानविपक्षी भी करते,मान सम्मान..।।विरोधी न था,कोई भी जग मेंसैद्धान्तिक मतभेद अलग बात थीराष्ट्र हित था,सर्वोच्च,सर्वोपरीपथभ्रष्ट न कभी कोई,कर सका था..।।माँ शारदे थी,अति कृपालु तुम पररहे सदा तुम,विद्वान प्रखर प्रवक्ताहाजिर जवाबी का, न कोई सानी थाचुटीले अंदाजों से,जन जन प्रभावित था..।।साहित्याकाश पर,छाप अमिट छोड़ गएहिंदी को पूर्ण,तुमने सम्मान दियाकहाँ चले गए तुम, छोड़ सभी कोहे भारत माँ ! के, वीर सच्चे पुजारी..।।हे अटल तुम्हें शत शत नमनवंदन है , अभिनंदन है..।।डॉ. राजेश कुमार जैनश्रीनगर गढ़वालउत्तराखंड
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