विषय - महामहिम पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी
शीर्षक - शब्दांजलि
दिन - मंगलवार
दिनांक :- 1-9-2020
कर्म तो सभी करते हैं, ऐसा सभी कहते है,
कर्म से अपनी एक अलग पहचान बना ले l
*कर्म ही पूजा है ,कर्म ही जीवन है,और कर्म ही पहचान है* l ऐसे व्यक्ति इस संसार में दुर्लभ से ही मिलते है.... मिलते हैं l
भारत रत्न से सम्मानित पूर्व महामहिम राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, जिनमें से एक थे ..... एक थे l1l
किए उल्लेखनीय और ऐतिहासिक फैसले अपने शासन काल में,
दिया धैर्य और संयम का अद्वितीय परिचय अपने शासन काल में l
महान देश भारतबर्ष के महान नेता,
भारत देश के तेरहवें राष्ट्रपति l
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता,
कांग्रेस पार्टी के थे संकट मोचक l
थी जिनकी अद्वितीय पहचान l2l
जन्म हुआ ११ दिसम्बर सन १९३५ में,
मृत्यु हुई ३१अगस्त सन २०२० में l
जन्म का नाम था प्रणव कुमार मुखर्जी
लोकप्रिय नाम था प्रणव मुखर्जी l
कामदा किंकर और राज लक्ष्मी मुखर्जी की सन्तान थे,
कानून के वक्ता भी थे l3l
वित्तमंत्री, योजना आयोग के उपाध्यक्ष, रक्षामंत्री, आदि उच्च पदों पर थे आसीन
भारत रत्न, पद्म विभूषण जैसे सर्वोच्च सम्मान से हुए सम्मानित l
'ऑफ द ट्रेक, चैलेंज बिफोर द नेशन आदि अनगिनत किताबे भी लिखी,
महान देश के महान पुरुष को,
आज अर्पित करती हूँ मैं अपनी शब्दांजलि,
समर्पित करती हूँ मैं अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि l
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रचनाकार का नाम - सविता मिश्रा
(शिक्षिका, समाजसेविका और कवियत्री )
पता - वाराणसी, उत्तर प्रदेश
👑स्वरचित और मौलिक रचना 👑
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