बेटी पार्ट 3
वो मेरी प्यारी बेटी है
वो मेरी प्यारी बेटी है
मैं उसका हीरो पापा हूँ
वो लाड़ली मेरी बेटी है
ये रिश्ता नहीँ खून का है
ये रिश्ता यारों दिल का है
हम मिले नहीँ आज तक
फिर भी वो मेरी बेटी है
ये रिश्ता बना दिल से है
वो दिल में यारों बसती है
एक दिन अपना यारों ये
मोबाइल खराब होजाता है
बिटिया का नम्बर भी
. मोबाइल में खो जाता है
इधर मेरा दिल तड़पता है
उधर बिटिया परेशान होती है
दो दिन के बाद मोबाइल पर
.बिटिया कॊ फोन लगाता हूँ
वो सिसक सिसक कर बोली
..क्यों पापा बिटिया का भुला
दो दिन से फोन नहीँ किया
ये केसा तेरा नाता है
में अपनी नहीँ बिटिया तेरी
इसलिये तू मुँह चुराता है
सुन उसकी बातों कॊ
ये गंगा जमुना बह निकली
बोला बेटी क्या कहती तू
जरा बात हमारी सुन लेना
में तेरा प्यारा पापा हूँ
.मोबाइल मेरा खराब हुवा
तेरा नम्बर भी गुम हुवा
मत पूछो तेरे बिन ये दो दिन
हमने केसे गुजारे है
अब जल्दी तुझ से मिलने
हम पास तेरे हम आएंगे
तू मेरी प्यारी बेटी है
मैं तेरा प्यारा पापा हूँ
सुनकर मेरी बातों कॊ
वो खुशी से यारों झूम गई
पापा तुम कब आओगे
जल्दी आना इंतजार करूँगी
तेरी बिटिया स्टेशन पर ही
तेरा इंतजार करेगी
मैं तेरी प्यारी बिटिया हूँ
तू मेरा हीरो पापा है
स्वरचित ....निर्दोष लक्ष्य जैन
0 टिप्पणियाँ