कवि- आ. अरविन्द अकेला जी द्वारा मधुर रचना

कविता 

आओ बढायें हिन्दी का मान 
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हिन्दी हमारी राष्ट्र की भाषा,
हिन्दी हम सबका स्वाभिमान ,
हिन्दी के लिए हम जीना  सीखें,
आओ बढायें हिन्दी का मान।

हिन्दी है जन गण की भाषा,
हिन्दी हम सबका सम्मान,
हिन्दी के लिए कुछ करना सीखें,
मिलकर बढायें हिन्दी की शान।

हिन्दी मेरी चहुओर फैले,
दें इस पर सभी जन ध्यान,
हिन्दी में हर कार्य करने से,
होगा हिन्दी का कल्याण।
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        अरविन्द अकेला

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