*आन बान और शान है,*
*माँ भारती की यही तो पहचान है,*
*मातृभूमि की अरमान है,*
*अंग्रेज़ी पुतले की तो बंद जुबान है,*
*हाय बाय पे फक्र करे,*
*हिंदी में निकल जाती जान है,*
*माम, डैड, पर गर्व करे,*
*पिज़्ज़ा बर्गर उनकी जान है,*
*हिन्दी भाषा से शरमाते हैं,*
*अंग्रेज़ी पे इतराते हैं,*
*तो सुन, ऐ नादान, एक बात तुम्हेँ बतलाते हैं,*
*विदेशी भाषा का अवश्य रखो ज्ञान,*
*हिन्दी से ही हिन्द की पहचान है,*
*सभ्यता, संस्कृति की जान है,*
*स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस पर, गाते हम हिन्दी गाण हैं,*
*कण कण में हिन्दी की शान है,*
*हम सबकी प्यारी मुस्कान है,*
*तो आओ प्रण लो,*
*निज भाषा का करे सम्मान,*
*जीवन पर्यंत रहे यही विधान,*
*नतमस्तक हो समक्ष इसके देश रहे अपना महान।*
*भ्रमरपुरिया, बदलाव मंच.*
0 टिप्पणियाँ