*प्रतियोगिता हेतु मेरी रचना*
बदलाव मंच को नमन करती हूँ ,बदलाव मंच की ये नयी पहल बहुत ही सराहनीय है ।
दिनाँक - 05/09/2020
विषय - *लाकडाउन में शिक्षक की स्थिति*
*कविता*
सभी शिक्षण संस्थानों में अभी
लाकडाउन के कारण बंद है ।
सन्नाटे शहर सन्नाटे गाँव सारा
घर में रहना सबको रजामंद है ।।
विषय वस्तु से पढ़ाई के लिए
विद्यार्थी विद्या अर्जन करते ।
खेलना कूदना बाल लीला छोड़कर
मोबाइल और इंटरनेट खोलते ।।
आनलाइन कक्षा संचालित कर
शासन ने एक तकनीक चलाई ।
सरकारी योजना सबके लिए है
घर बैठ बच्चों करो अब पढ़ाई ।।
शिक्षक अपना दायित्व को लेकर
नित आनलाइन निभाया करता है ।
कोरोना काल में भी आफलाइन
जाकर मुहल्ला में पढ़ाया करता है ।
विश्व के सभी मुल्कों में है कोरोना
चप्पे-चप्पे में वह कहर बरसाया ।
बच्चे बूढ़े और जवान के ऊपर
यह महामारी घर-घर में समाया ।।
बच्चों को सुविधा है ये सरकारी
बह रही घर-घर शिक्षा की धारा ।
आओ हम सब मिल कर लगा लें
आनलाइन आफलाइन का नारा ।।
*सुशीला साहू "विद्या'*
*रायगढ़ - छत्तीसगढ़*
5 टिप्पणियाँ
बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय श्री 💐💐💐💐
जवाब देंहटाएंआद0 मिस आपने बहुत ही शानदार सृजन किया है
जवाब देंहटाएंआपको बहुत बहुत बधाई
बहुत बहुत आभार
बहुत सुन्दर कविता विद्या जी
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना विद्या जी
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना बेहतरीन कविता ����������������������������������������
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