कवयित्री शालिनी कुमारी जी द्वारा रचना (विषय-जय जवान, जय किसान )

मंच को नमन

विषय : जय जवान, जय किसान (धरती के लाल )

विधा : कविता 

 स्वतंत्रता प्राप्ति पश्चात नियुक्त हुए
 उत्तर प्रदेश के संसदीय सचिव वे
 मिला मंत्रिमंडल में उन्हें
 परिवहन मंत्री का कार्यभार.. !

 भीड़ नियंत्रण का अनूठा तरीका
 अपनाकर बढ़ाया गौरव मान
 लाठी की जगह पानी की बौछार
 करवा कर किया समस्या समाधान.. !

 लाल बहादुर शास्त्री था जिनका नाम
 भारत के दूसरे प्रधानमंत्री बन
 अद्वितीय कार्यकाल का दिया परिचय
 बढ़ाया हमारे देश का अभिमान.. !

 उनकी सादगी, देशभक्ति औ
 ईमानदारी ने दिलाया उन्हें
 काशी विद्यापीठ से " शास्त्री जी" की उपाधि
 जो था उनके व्यक्तित्व का गौरव सम्मान.. !

 भारत सेवक संघ से जुड़कर
 देश सेवा का जिन्होंने व्रत लिया
" मरो नहीं मारो" का नारा देकर
 हिंद देश में किया क्रांति का आह्वान.. !

 "जय जवान-जय किसान" का नारा देकर
 भारत की जनता का मनोबल बढ़ाया
 भारत- पाक युद्ध में पाकिस्तान को शिकस्त दे
 मां भारती का बढ़ाया मान.. !

 ताशकंद समझौते की वह काली रात
 जब शास्त्री जी की हुई संदिग्ध मौत
 भारत की हुई अपूरणीय क्षति
 शोकाकुल हो उठा सारा हिंदुस्तान.. !

 शास्त्री जी गरीबों के मसीहा औ
 गांधीवाद के थे प्रबल समर्थक
देश की खातिर मर मिटने का उनमें था अदम्य साहस
जिसने दिलाया उन्हें भारत रत्न का सर्वोच्च सम्मान !! *************************************
          शालिनी कुमारी 
     शिक्षिका सह बदलाव मंच पूर्वी ज़ोन अध्यक्षा 
           मुज़फ़्फ़रपुर (बिहार )
    (स्वरचित अप्रकाशित मौलिक कविता )

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ