मेरे हौसलों में है दम ।
तकदीर बदलेंगे हम ॥
अगर असफलता है मेरी ।
तो सफलता भी है मेरी ॥
कोशिशें भी अब मेरी , हैं नही किसी से कम ।
मेरे हौसलों में है दम ।
तकदीर बदलेंगे हम ॥
भाषा क्लिष्ठ ही सही , पर पढूंगा जरूर ।
राह मुश्किल सही , पर चलूंगा जरूर ॥
बढ़ते जाएंगे मेरे , अब मंजिल पर हर कदम ।
मेरे हौसलों में है दम ।
तकदीर बदलेंगे हम ॥
सरिता कितनी भी उफने , पार जाऊँगा मैं ।
तूफान कितना भी रोके , ना हार मानूँगा मैं ॥
तोड़ दूंगा सभी , असफलता के मैं भ्रम ।
मेरे हौसलों में है दम ।
तकदीर बदलेंगे हम ॥
सर्वमौलिक अधिकार सुरक्षित
विशाल चतुर्वेदी " उमेश "
जबलपुर मध्यप्रदेश
बदलाव अंतर्राष्टीय राष्ट्रीय मंच
वीडियो सहकाव्य प्रतियोगिता
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दिनांक -12/07/2020
शीर्षक - मेरा हौंसला
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