एकता ही बल है

👉एकता ही बल है


 गांठ को कोई तोड़ न सका

  झुंड को कोई रोक ना सका

 साथ रहकर अपनापन बढ़ाए

 खंडता में एकता चाहिए

 अपने आप को सबसे अलग बनाएं।


 जब एक होगा घर परिवार 

 तो कोई कुछ ना कर सकता

 फूट डालकर मुंह रगड़कर

 रह जाएगा सामने वाला 

 हम संग रहेंगे

 एकजुट होकर रहेंगे ।


 एकता ना होगा जब हमने

 तब घर तक नहीं बच पाएगा

 प्यार का बात दूर है 

 एक दूसरे से बोल बच्चन

 भी ना हो पाएगा।


 हो कोई जात धर्म 

 या हो अपना पड़ोसी 

  न झगड़ना कभी,

  मिल कर रहना है 

  बड़े से बड़े समस्या को

  चूर चूर कर जाना है 

  खंडता में एकता कर

  सबका आशीर्वाद पाना है।

नाम- रंजन कुमार, मुजफ्फरपुर बिहार। 


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