मित्र एक दुनिया


मित्र वह गुलाब है जिसका सुगन्ध आपके जीवन को बदल देता है।

वो आपको भी आनंदित रखता है जैसे खुशी व उमंग एक गजल देता है।।

मित्र आपके भाव बनाता है। 
आपके चित अनुसार नही 
वह अपने रंग में रंग जाता है।।

आपके जिंदगी को एक 
दिशा देने मे मददगार होता है।
इसलिये जैसा मित्र वैसा विचार होता है।।

मित्र चुना भी नही जाता है,आपके अपने गुण से बन जाता है।
आपके मित्र आपको लक्ष्य से अवगत कराता है।।

  मित्र तो आपमें आपके अनुसार लक्ष्य को पाने का भूख छोड़ जाता है।
इसलिए केवल एक कहानी नही है मित्र। 
वो तो बचपन बुढ़ापा व जवानी है।
आपके अनुसार आपको खुश रहने के लिए एक अटूट निशानी है मित्र।।

मित्र को अमीरी गरीबी के तराजु में तौला नही जा सकता। 
अपने अनुसार उसको बुना नही जा सकता।।

फिर भी मित्र एक चित्रकार है जिंदगी का चित्र बनाता है।
जीने के लिए आपमें उमंग उत्साह जगाता है।।

मित्र बनाइये जो आपको रंगे लेकिन प्यार के रंग में। 
आगे बढ़ने के लिए जुनून व प्रेरणा के लिए संग में।।

मित्र तो वह है जो मुसीबत को अपने ऊपर ले लेता है।
अपने मित्र के लिए अपने हिस्से में से भी आधी रोटी दे देता है।।

रखता है बन्धन अपने संग किन्तु
 आजादी भी दे देता है।
मित्र अनमोल है।
उसके सामने फिका हर मोल है।।

मित्र हो तो मानो जीत ले इंद्र।
मित्र जैसे प्रकाश व पुष्पेन्द्र।।

मित्र एक अपने आपमे अलग
 दुनियाँ अलग देश है।
मित्र है यदि अच्छा तो उसके द्वारा 
श्रीकृष्ण जैसा मिला हर बात एक उपदेश है।।

प्रकाश कुमार
मधुबनी, बिहार

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