कारगिल विजय दिवस पर समस्त देशवासियों को हार्दिक बधाई और शहीदों को शत शत नमन


कारगिल विजय दिवस पर
समस्त देशवासियों को हार्दिक बधाई और शहीदों को शत शत नमन🙏🙏 
 रांँची के शहीद नागेश्वर महतो के पार्थिव शरीर के आगमन पर रांँची फिरायालाल से नमन करती हुई उनकी चितास्थल तक पहुंँच कर श्रध्दांजलि के बाद मेरी रचना सादर समर्पित🙏🙏🙏
जीवनधारा से उद्धृत

 *शहीद नमन*

 ए देश के वीरों!तुझे सलाम 
      ऐ मांँ की दुलारो! तुझे सलाम 
जन्मभूमि पर मिटने वालों
          ऐ शहीद! तुझको सलाम

 मैं क्या मेरी हस्ती क्या 
     आभारी सारी आबादी
 तेरी कुर्बानी से हमने
         पाई है यह आजादी

मातृभूमि की रक्षा में 
      तुम तो लंबी सफर गए 
शून्य में खड़े  हम
        तुझे सलाम करते  हुए

माँओं की कोखें उजड़ गई
        सुहागिनों का सुहाग गया
 बच्चों के पापा सफर किए
         बहनों का भाई बिछुड़ गया

 पुष्प की अभिलाषा पूर्ण हुई
          राहों में गिरे हुए धन्य हुए 
तूने अपनी मंजिल पाई 
        कर्तव्य की शपथ निभा गए

धरती का कलेजा विदीर्ण हुआ
        सूरज जल-जलकर राख हुआ
 धू-धू कर ऐसी चिता जली
        यौवन पंचभूत में विलीन हुआ

 नहीं किसी ने कहा मरे तुम
     तुम पुनर्जीवित हो अमर हुए
 मरते तो कायर बुजदिल हैं
         *तुम अमर हुए तुम अमर हुए*
©®

*मीनू मीना सिन्हा मीनल*
Badlavmanch

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