❤️ एक प्यार का नगमा गा दूँगी,,❤️
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जीवन मधुर संगीत बना दूँगी,
प्यार का सागर है दिल मेरा।
लहरों में प्यार बहा दूँगी,
खुशियों से भरी प्रेम-सरिता का।
नीर सुख-सागर में मिला दूँगी,
नहा लूँगी बहाकर गंगा प्रेम की।
प्यारा सा नगमा गुनगुना दूँगी,
जग का सारा भेद मिटाकर।
थोड़ा उसमें प्रेम- रंग मिला दूँगी,
जीवन के मीठे सपनों में।
नये जीवन का भाव जगा दूँगी,
नवजीवन के निर्माण का।
दिल मे नया जोश जगा दूँगी,
शांति-सौहार्द मिटानेवालों।
होश ठिकानें ला दूँगी,
ला दूँगी मीठे नगमों का सैलाब।
एक प्यार का नगमा गा दूँगी,
जीवन परिवर्तन करनें का।
एक नया अरमान जगा दूँगी,
खुशियाँ के पुष्प खिलाने का।
एक नया मंत्र बता दूँगी,
जग की रीत निभानें की राह में।
सबकों अपना कर्तव्य बता दूँगी,
चैन-शांति और अमन के वास्ते।
एक सुनहरा ख्वाब सजा दूँगी,
नफरत फैलाने वालों को मैं।
एक सबक नया सिखला दूँगी,
तेरे नापाक इरादों की ज्वाला को।
मानव-एकता प्रेम -जल से बुझा दूँगी,
लहरा दूँगी एक मधुर मीठा सा गीत।
नगमा प्यारा सा गुन-गुना दूँगी,
प्रेम सिंधु सा अपना मन है।
मिला लूँगी उसमें सरिता का जल,
अपनी लहरों में सबको बहा लूँगी।
💐समाप्त💐 स्वरचित और मौलिक
सर्वाधिकार सुरक्षित
लेखिका:-शशिलता पाण्डेय
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