कवियत्री एकता जी जी द्वारा खूबसूरत रचना

गुरु की गुरुता का बखान कर पाना बड़ा मुश्किल है, 
शिक्षा की ज्योति जलाना तिमिर में गुरु से हुआ हल है।
भटके हुए राह से मानव को सदा यथार्थ की राह दिखायी,
जिस पर है कृपा गुरु की ,वो नहीं जग में निर्बल है।
       ** एकता कुमारी **

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