राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय बदलाव मंच
साप्ताहिक प्रतियोगिता १८- २३ दिसंबर
विषय - शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ती आत्म निर्भरता
विधा - पद्य
गीत
करना कोई यहां, हमसे होड़ नहीं
भारत का शिक्षा में कोई तोड़ नहीं
गुरुकुल परिषद् तप स्थली
शिक्षा हमारी आश्रमों से मिली।
धनुर्विद्या योग साधना
तपस्या भक्ति और आराधना
हमारा जोड़ नहीं।//
भारत का शिक्षा में कोई तोड़ नहीं
स्वास्थ्य चिकित्सा विज्ञान
या खगोल का हो ज्ञान
सबसे आगे हम
खोज निकाला प्रथ्वी चक्र संज्ञान
मुगलों ने सताया, अंग्रेजों ने लुटा
रिश्ता नेकी का हमसे ना छूटा
लग्न में हमारी आया कोई मोड़ नहीं। ///
करना कोई यहां हमसे होड़ नहीं।
नालंदा कांशी, प्लासी
बक्सर हो या झांसी
दिग्गज अंतरिक्ष ज्ञान के
पीछे रहे ना, पहुंचे चांद पे
दिया योग जूडो कराटे की मरोड़ नहीं।////
भारत का शिक्षा में कोई तोड़ नहीं।
भौतिक, अर्थ शास्त्र या रसायन हो।
हैं आगे नृत्य संगीत राग या गायन हो।
रविन्द्र नाथ नागार्जुन रामानुज जैसे महान।
आर्य भट्ट, अमर्त्य, हरगोविंद ,स्वामी नाथन सी शान
मिसाईल परमाणु कृषि है पिछोड़ नहीं।
करना कोई यहां हमसे होड़ नहीं।
शक्ति बोध उगाते बीज ज्ञान के बो कर
सत्व संग सत्संग सात्विक होकर
इल्म के धागे पंख बनाते
हौसलों की सुई में पिरोकर
रामायण उपनिषद वेद गीता
महाभारत ने ज्यों
नीति धर्म को जीता
सबसे ऊंचा साहित्य हमारा
बोलो बदलाव का नारा
दीपक जलाते है, क्रांति लाते हैं
अलख शिक्षा का जगाते हैं
रूपक व्यास गति के हैं सारे निचोड़ यहीं।
भारत का शिक्षा में कोई तोड़ नहीं।
करना कोई यहां हमसे होड़ नहीं।/////
मौलिक
एल.एस.तोमर
प्रवक्ता तीर्थांकर महावीर विश्व विद्यालय मुरादाबाद यूपी
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