मधु भूतड़ा जी द्वारा अद्वितीय रचना#

*नमन मंच*
बदलाव मंच /राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय
विषय - किसान 
विधा - कविता 
01.12.2020
मंगलवार 

 मेरे देश का किसान
हम सबकी जान
उसकी ख़ुशी में
झूमता पूरा हिन्दुस्तान। 

खेत और खलिहान 
कृषक मेरा महान 
अन्न सोना उपजा कर 
अद्भुत देता योगदान। 

धरती माँ की शान 
हमारा करता कल्याण 
वोट के चक्कर में 
बनाते उनको नादान। 

करो उन पर एहसान 
बढ़ाओ सम्मान 
बेचारा कह कर 
मत करो अपमान। 

जय जवान जय किसान 
शास्त्री जी का नारा महान 
मिले मूल भूत सुविधा 
न हो कभी परेशान। 

देश का किसान 
मेहनतकश इंसान 
नहीं वो लाचार बेबस 
बंद करो ये आह्वान।

*सोच बदलो देश बदलेगा*

*मधु भूतड़ा* 
*गुलाबी नगरी जयपुर से*

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