*राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय बदलाव मंच साप्ताहिक प्रतियोगिता*
दिनांक - 30/12/2020
दिन - बुधवार
विषय - नया साल नए संकल्प 2021*
विधा - काव्य
शीर्षक *हौसलों को जगाओ नए साल में*
भूलकर सारे शिकवे गिले दोस्तों,
खुल के तुम मुस्कुराओ नए साल में l
गीत खुशियों के महफिल में गाओ नए,
कोई सरगम सजाओ नए साल में l
1.
जिंदगी के सफर में हैं खुशियां औ गम ,
उठो मंजिल की खातिर बढ़ाओ कदम l
खुद-ब-खुद आगे बढ़ते ही जाओगे तुम ,
हौसलों को जगाओ नए साल में l
2
जो भी रूठा है उसको मना लीजिए ,
फिर उजालों की शम्मा जला लीजिए l
हो महकते चमन में ना कोई खलिश,
गुल हंसी के खिलाओ नए साल में l
उपर्युक्त रचना मेरी मौलिक रचना है ।
© रचनाकार
डॉ. दीप्ति गौड़ "दीप"
शिक्षाविद् एवम् कवयित्री
ग्वालियर मध्यप्रदेश भारत
सर्वांगीण दक्षता हेतू राष्ट्रपति भवन नई दिल्ली की ओर से भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति महामहिम स्व. डॉ. शंकर दयाल शर्मा स्मृति स्वर्ण पदक,विशिष्ट प्रतिभा सम्पन्न शिक्षक के रूप में राज्यपाल अवार्ड से सम्मानित
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