होती है माहवारी
हर माह
परेशानियाँ भी बढ़ती हैं
हर माह
दर्द भी झेलती हैं
हर माह
हिम्मत भी टूटती हैं
पर फिर से
हिम्मत जुटाती हैं
हर माह
टूटकर उठ जाती हैं
हर माह
दर्द से लड़ती हैं
हम
अब से और लड़ेंगे
शर्म से भी
डर से भी
वहम से भी
अंधविश्वासों से भी
और खुशी मनाएँगे
लाल रंग के इस प्राकृतिक
अमूल्य उपहार से
गर्व करेंगे खुद के लड़की से
औरत बनने पर
एक साथ मिलकर....
डॉ. लता (हिन्दी शिक्षिका),
नई दिल्ली
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