मौत एक सच



Sent from my iPhone

Begin forwarded message:

From: Agnishikha Manch <alkapandey74@gmail.com>
Date: 23 June 2020 at 10:11:55 PM IST
To: badlavmanch@gmail.com
Subject: प्रतियोगिता


बदलाव मंच सप्ताहिक
प्रतियोगिता
विषय - मुक्त
विधा - काव्यात्मक कहानी
२३/६/२०२०
मंगलवार

शीर्षक- मौत एक सच ...

आज रात सपने में
मैं , मिली अपनी ही मौत से
बातें की यहाँ वहाँ की
अचानक ,मौत बोली चलो ..
मैं तुम्हें लेने आई हूँ
समय हो गया ...
मेरे अंदर पसर गया गहन सन्नाटा ..
थम गई सारी ख्वाहिशें ..
कुछ पल मैं सच में मर गई
मेरे अंदर , मेरे मरने का कोहराम मच गया ..
मैं चित्कार करने लगी दुख में लिप्त ...
पर कुछ ही पलों में सन्नाटे को चीरती सहमी सी हिम्मत बटोर बोली ..,
जाओ जाओ तुम अभी मेरी उम्र ही क्यां है ....घुटने सही सलामत है ।
सारे काम करती हूँ , तन्दुरुस्त हूँ ...
बहुत काम करने है ,बहुत जवाब दारी पुरी करनी है ,
अभी मेने जीया ही क्या है ?
अब तो जीने की सोची ...
अपने लिये सोचना शुरु किया है
जाओ जाओ कही और ..
वह ज़ोर से हंसी ...
सब यही कहते
कोई मेरे साथ प्यार से नहीं आता
है ..  कुछ नहीं चलो ...मौत ही सच है बाक़ी सब मायाजाल
मोह माया की यह दुनिया है !
मेरा दिल मुझे झकझोरता है
ख़ामोशी मृत्युपाश में बंधे मन
को टटोलती है ,और मैं मेरी ही मृत्यु के लिये कुछ दुख भरे अल्फाजो को अभिव्यक्ती के लिये खोजने लग जाती हूँ । जानती हूँ कि मौत एक सच है पर मानती नही ...
मन गमगीन है अंदर ही अंदर रुदन करता जा रहा है ..
मैं तडफती हूँ , आंसूओ का सैलाब बहाती हू !
पर मौत को दया नहीं आती
मेरी चिता धू धू कर चलती है
मेरे अपने सब पिछे छूट रहे है
मेरा शरीर जल गया ...
आत्मा चीख रही है , अपनी पुस्तकों से लिपट रही है अधूरे पड़े उपन्यास को सहला रही है कैसे पुरा करुगी .. मेरी कई किताबें तो प्रकाशक के पास है , कौन लायेगा क्या होगा ...?
तभी मेरी आँखों से कुछ अश्रु
मेरे हाथ पर गिरते है ,
और मैं जाग जाती हूँ
यहाँ वहाँ देखती हूँ
ये क्या मैं तो ज़िंदा हूँ
पर भयभीत अभी भी हूँ
कहीं मौत फिर आ गई
तो ...?
वही तो जीवन का सच है
मौत एक सच है जो आनी है कब यह किसी को नहीं पता ..
चल उठ अलका
मौक़ा मिला है सारे काम समेट ,
और जो जी सकती है जी ले
अपनी ज़िंदगी मौत आयेगी
और आनी ही है । कब कहाँ आ जाऐ किसको पता , ....
तो जीओ दिल खोलकर और "आज "में अभी में जीओ ....

डॉ अलका पाण्डेय
मुम्बई
९९२०८९९२१४

अलका पाडेंय (अगनिशिखा मंच)
देविका रो हाऊस प्लांट  न.७४ सेक्टर १
कोपरखैराने  नवि मुम्बई च४००७०९
मो.न.९९२०८९९२१४
ई मेल alkapandey74@gmail.com




Sent from my iPhone

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ