सावन में लग गई आग

बदलाव मंच साप्ताहिक प्रतियोगिता
विषय:- सावन में लग गई आग
विधा:- कविता
दिनांक:- 17/6/2020
वार:- बुधवार
*मस्त सावन*
==========
आया मन मस्त सावन
दिल में आग लगाई,
कर ले तू आज कुछ नया
दिल के कोने से आवाज़ आई।

व्यापारी चल पड़ा पहाड़ में
धंधा-धंधा वादियों में आवाज़ लगाई,
मंदा-मंदा उधर से वापस आवाज़ आई।

सावन की मस्ती में
कोरोना तूने ये क्या आग लगाई,
माशूका भी अब 
मेरे पास आने से घबराई।

बीवी ने फरमाया,
देखो कैसा वक़्त आया।

न ताला लगाना,न कुत्ता पालना,
बस कोविड-19
घर के बाहर पर्चा लगाना।

तभी माशूका का आ गया फोन,
मैं तुरंत हो गया मौन।

बोली वह सावन में एक संस्था
हरिद्वार की करवा रही मुफ़्त यात्रा,
जल्दी से अपना जिओ का नम्बर
बतलाओ मेरे मित्रा।

दोनों संग चलेंगे,
सावन में मस्ती करेंगे।

मैंने तुरन्त आठ अरब सोलह करोड़ नवासी लाख अठारह हज़ार चार सौ उन्नीस अपना नम्बर बताया,
झल्लाई वह क्या है ये उसने अपना माथा ठनकाया।
रचनाकार:- शैलेन्द्र सिंह शैली
     महेन्द्रगढ़, हरियाणा।
9354998007
8168918419
©®
आयोजक
*बदलाव मंच*

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ