एक दिन बदलेगा जहान बदले न बदले इंसान एक दिन बदलेगा जहान

एक दिन बदलेगा जहान

बदले न बदले इंसान

एक दिन बदलेगा जहान

इस धरती पर होंगे
सब के सब अपने से
और बोलेगी धरती
फिर खोल कर अपनी ज़बान
एक दिन बदलेगा जहान

पंख पसार कर अपने अपने
भरेंगी बेटियाँ उँची उड़ान
छूकर परिंदों की तरह
कर देंगी नीचे आसमान
एक दिन बदलेगा जहान

जात, धर्म सब भेद
नहीं होंगे अलग अब
हक लेंगे सब अपने
होकर एक समान
एक दिन बदलेगा जहान

एक दिन बदलेगा जहान
बदले न बदले इंसान
एक दिन बदलेगा जहान

डॉ. लता (हिंदी शिक्षिका),
नई दिल्ली
©

बदलाव मंच की अनोखी सह-वीडियो  प्रतियोगिता हेतु

दिनांक: 12.07.2020
दिवस: रविवार
विधा: गीत
प्रकार: स्व:रचित एवं मौलिक
शीर्षक: 'एक दिन बदलेगा जहान'

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