पाराशर सत्यवती सुनन्दन , श्याम गात शुभ धाम ।आपको शत शत बार प्रणाम ।

पाराशर  सत्यवती सुनन्दन ,  श्याम गात शुभ धाम ।
आपको शत शत बार प्रणाम ।

कृष्ण द्वैपायन  नाम आपका ।
काम एक हरि नाम जाप का ।
हो पुराणों के आप रचयिता  , तप करते हो बद्री धाम ।....१

संजय  दिव्य  दृष्टि के दाता ।
शौनकादि शिष्य विख्याता ।
शुकदेव से सुत परम विरागी , वे परम हंस शुभ नाम ।......२

श्री महाभारत की रचना कर दी ।
धर्म संस्कृति जन मन में भर दी ।
ओ अवतारी जनहित कारी , वंदउ वेदव्यास निष्काम ।.....४

विदुर धृत पाण्डु कृपा तुम्हारी ।
जो लें मंत्र सो हो  मंगल कारी ।
नारद ऋषि ने मार्ग बताया , ये भक्ति स्वतंत्र शुभ धाम ।....५

मक्खन के मन श्याम बसा दो ।
ये कलि के दुर्गुण दोष हटा दो ।
महा पुराण भागवत वैष्णव , जो सुन लें  जन विश्राम ।........६

राजेश तिवारी "मक्खन" झांसी उ प्र

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ