शहिदों को नमन करते हैं.."


"शहिदों को नमन करते हैं.."
जिंदगी प्यारी है, हम सब इन बातों को समझते है
हर मुश्किल वक्त में, वो अपनी जान पे खेलते है

महामारी की जंग में, कौन बाहर निकलते हैं?
सेवा भाव, राष्ट्र के लिए,अपने घर से चलते है

बड़ी बड़ी मुश्किलो का, वो सामना करते है
अपना ही परिवार सममझके, हर जंग से लड़ते है

वो योद्धावाला जज्बा ,दिल में वो दिखाते है
हर दिन वो अपनी,  जिंदगी को कुर्बान करते है

हर घड़ी,हर हालातको , कैसे वो सिद्दतसे लडते है
दूसरों की जिंदगी के लिए ,अपनी जान से खेलते है

ना भेद- भाव ,ना जातिवाद,ना कोई धर्म समझते है
फ़र्ज़ को ईमान समझके, अपना कर्म वो करते है

आप सब हो पहचान हमारी ,हम आपसे प्यार करते है
' कलम' फक्र है हमें शूरवीरों पे ,दिल से सलाम करते है
                                  हम शहिदों को नमन करते हैं

सुथार सुनील एच. "कलम"
एम.पी.सी.सी. भांडोत्रा, कम्प्यूटर शिक्षक
गांव-रानोल,  तहसील- दांतिवाडा ,बनासकांठा, गुजरात
मां.9979363553
Badlavmanch

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