'बदलाव मंच' अध्यक्षा राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय महिला प्रकोष्ठ कवयित्री रूपा व्यास द्वारा 'कर्म' विषय पर रचना

*नमन 'बदलाव मंच'*
*शीर्षक-कर्म*
*विधा-कविता*

*सुकार्य कीजिए।*
*परंतु किसी से ना कहिए।।*
*बस कर्म है साथ।*
*नहीं है किसी तीसरे का हाथ।।*
*यही तो जीवन है।*
*जीवन चिंता नहीं चिंतन  है।*
*ईश्वर हैं अगर  तेरे संग।*
*जीत जाओगे जीवन-जंग ।।*
*बस धैर्य रख बन्दे।*
*लक्ष्य में तन-मन-धन दे ।।*
*तू ही तेरा भविष्य निर्माता।*
*तू ही तो है तेरे कर्मों का ज्ञाता।।*
*हार जाना नहीं किसी राह पर*
*चाहे जीवन-दाह ही सहना हो मार्ग पर।।*
*आगे-आगे बस जाना है।*
*लक्ष्य दूर तो क्या एक दिन उसे पाना है।*
*लक्ष्य दूर तो क्या एक दिन उसे पाना है।।*

*धन्यवाद*

-रूपा व्यास
*अध्यक्षा,'बदलाव मंच' राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय महिला प्रकोष्ठ*
-'परमाणु नगरी'रावतभाटा,
चित्तौड़गढ़,राजस्थान।
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