प्रसिद्ध कवि शैलेन्द्र सिंह शैली जी द्वारा 'तेरा तसव्वुर' विषय पर रचना

*🌷तेरा तसव्वुर🌷*
*तेरे तसव्वुर में हम*
*कुछ इस क़दर खो गए,*
*अपनी तरफ से हम*
*बेख़बर हो गए।*

*तसव्वुर किया है मैंने*
*जब से सनम तेरा,*
*तब से दिल पर*
*काबू नहीं है मेरा।*
*रचनाकार:- शैलेन्द्र सिंह शैली*
*महेन्द्रगढ़, हरियाणा।*
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