नमन वीणा वादिनी
दिनांक--२५/०८/२०२०
दिवस-- मंगलवार
विषय-- संदेश/ पैग़ाम
विधा-- हाइकु
डाकिया आया~
आज संदेशा लाया,
मैं झूम उठी।
इंतजार था~
मां के पैगाम का जो,
मुझसे दूर।
मायका अब~
जाना मुश्किल हुआ,
जिम्मेदारी से।
डाकिया बाबू~
जल्दी आना अब तो,
संदेशा लाना।
संदेश में है~
मां के हाथों की वह,
भीनी खुशबू।
आलिंगन मां~
का महसूस करूं,
वह पैगाम।
तुम भी जल्दी~
आना मेरा संदेशा,
है मां के लिए।
रचनाकार-- नीलम डिमरी
चमोली ,,,उत्तराखंड
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