कवि गौरव मिश्र तन्हा जी द्वारा 'देश की समस्या की खातिर' विषय पर रचना



.विषय-(संवाद होना चाहिए)
शीर्षक - देश की  समस्या की खातिर ...
रचनाकार- गौरव मिश्र तन्हा हरदोई ,उत्तर प्रदेश
✨✨✨✨✨
टूटते रिश्ते क्षणों में,
रूठते अपने पलों में,
उनको मनाने के लिए,
संवाद होना चाहिए|

हैं समस्याएं देश में,
भिन्न भिन्न भेष में,
उनको सुलझाने के लिए,
संवाद होना चाहिए|

हो सुखी जीवन सभी का ,
देश भी समृद्ध हो,
भविष्य उज्जवल बनाने के लिए,
संवाद होना चाहिए|

हो कोई संकट देश में,
साथ में मिलकर सभी,
उसको मिटाने के लिए,
संवाद होना चाहिए|

कैसा मुश्किल वक्त है,
आ पड़ी आफत है हमपर,
इससे आगे जाने के लिए,
संवाद होना चाहिए|

हम सभी हिन्दुस्तानी,
क्यों हैं आपस में झगड़ते,
झगड़े मिटाने के लिए,
संवाद होना चाहिए|

स्वरचित मौलिक 

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