कवि अनुराग बाजपेई जी द्वारा रचित काव्य

तन के मैल से रूप दिया है,
पुत्र गौरा अनुरूप दिया है।

शिव की महिमा शिव ही जानें,
बल बुद्धि विद्या को रूप दिया है।

भादौं मास शुक्ल पक्ष चतुर्थी,
विघ्नहरण पगटे हैं समक्षि।

मंगल गाओ मृदंग बजाओ,
लम्बोदर नाम भी भूप दिया है।

तन के मैल से रूप दिया है,
पुत्र गौरा अनुरूप दिया है।

गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं
अनुराग बाजपेई(प्रेम)
८१२६८२२२०२

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