मोहन गांधी :
स्वतंत्रता की चलाई आँधी,
नाम था उसका मोहन गांधी
जनता की उसने बनाई कुमक,
डांडी मे से उसने उठाया नमक
कस्तूर बा से कराया श्रम,
साबरमती मे बनाया आश्रम
बचपन में उसने खाये चने,
इंग्लैंड जाकर बेरी स्टार बने
स्वतंत्रता की ज्योति जलाई
भारत देश को आजादी दिलाई
अंग्रेज को दिखलाया डंडा
फहराया था राष्ट्र का झंडा
अंग्रेज ने जब करवाई हिंसा
गांधीजी ने अपनाई अहिंसा
अहिंसा का वह नारा लगाया
भारतीयों को खादी पहनाया
अछूते को बनाया परिजन
नाम अनुपम रखा हरिजन
बापू बन गया है उसका नाम
किया जो उसने देश का काम
मेरे शरीर में हुआ मधुर स्पन्दन
महात्मा गांधी को मेरा प्यारा वंदन
15 अगस्त 1947 को आजादी मिली
कवि गुलाब कहे देश में बगिया खिली
डॉ गुलाब चंद पटेल
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