प्यारी होती है बेटिया#सुरेंद्र सैनी बवानीवाल "उड़ता" जी द्वारा अद्वितीय रचना#

प्यारी होती है बेटियाँ 
सबकी दुलारी होती है बेटियाँ
बहुत प्यारी होती है बेटियाँ 
पिता का सम्मान बनती हैं
बुढ़ापे की लारी होती है बेटियाँ
कभी शर्म से नहीं झुकने देती
करीने-जड़ी-मोतिहारी होती है बेटियाँ
बहुत प्यारी होती है बेटियाँ

भाई को मार से बचाती है 
घर में माँ का हाथ बंटाती है
पढ़ाई में अव्वल रहती है
पिता का संबल बनती है बेटियाँ
नजरअंदाजी नहीं करती है
सबका ख्याल रखती है बेटियाँ
जैसे सुख की होती है पेटियाँ
बहुत प्यारी होती है बेटियाँ.

परिवार का हिस्सा बनती हैं
खुशहाली का किस्सा बनती हैं
बेटी बनकर आती हैं 
बहु बनकर जाती है 
ख़त्म हो सभी कुरीतियाँ
"उड़ता"शब्दों से खींची भित्तियां
वात्सल्य से भरी नीतियाँ
सबकुछ फीका इसके आगे
ये निस्वार्थ भाव से जीतियाँ
बहुत प्यारी होती है बेटियाँ


स्वरचित मौलिक रचना 


द्वारा - सुरेंद्र सैनी बवानीवाल "उड़ता"
झज्जर - 124103 (हरियाणा )
संपर्क +91-9466865227
udtasonu2003@gmail.com

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