भगत सिंह# डॉ. राजेश कुमार जैन जी द्वारा खूबसूरत रचना#

सादर समीक्षार्थ 
विषय  -      भगत सिंह 
विधा    -       कविता 


आजादी का मतवाला,नाम भगत सिंह 
उसूलों का तो बस, पक्का ही था वह
 27 सितंबर 1907, बंगा लायलपुर जन्मा
 खटकड़ा कलां, पैतृक गाँव तुम्हारा..।।

 माता विद्यावती की कोख से, जाए तुम
 पिता किशनसिंह को, अमर कर गए तुम
 14 वर्ष की अल्पायु में ही, तुमने सरकारी
 स्कूल किताबें और कपड़े जला दिए थे..।।

 1921 चौरी चौरा, हत्याकांड बाद जब
 गांधी जी ने किसानों को, असहाय छोड़ा
 गदर दल का, हिस्सा बन गए थे तुम
 चंद्रशेखर आजाद को आदर्श बनाया..।।

 जलियांवाला बाग कांड ने आहत किया
 असेंबली में बम फेंक, की सांडर्स हत्या 
भारत में समाजवाद के, प्रथम व्याख्याता 
'कीर्ति' 'अकाली'अखबारों के संपादक..।।

 64 दिन तक भूख हड़ताल, की जेल में 
23 मार्च सन 1931 को, तुम्हें, सुखदेव
 राजगुरु संग, फाँसी पर था चढ़ाया
हे वीरसेनानी! तुम्हें नमन, शत-शत प्रणाम..।।




 डॉ. राजेश कुमार जैन
 श्रीनगर गढ़वाल
उत्तराखंड

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