बदलाव मंच
४/९/२०२०
स्वरचित रचना
शब्दों का ज्ञान
काफी नही होता।
भाव का भी
तो ज्ञान रखों।।
केवल सामान्य
ज्ञान काफी नही,
इसलियें साथ मे
वेद-पुरण रखों।।
अभी समय शेष है
आक्रामक तेवर से
कुछ नही मिलता।
इसलियें छोटो के
लिए स्नेह व बड़ो के
लिए सम्मान रखों।।
🦅🦅🦅🦅🦅🦅
प्रकाश कुमार
मधुबनी, बिहार
0 टिप्पणियाँ