ज्ञान व भाव#प्रकाश कुमार ,मधुबनी जी के द्वारा अदभुत रचना#

बदलाव मंच 
४/९/२०२०
स्वरचित रचना
शब्दों का ज्ञान 
काफी नही होता।
भाव का भी
 तो ज्ञान रखों।।

केवल सामान्य
ज्ञान काफी नही,
इसलियें साथ मे 
वेद-पुरण रखों।।

अभी समय शेष है 
आक्रामक तेवर से
 कुछ नही मिलता।
इसलियें छोटो के
 लिए स्नेह व बड़ो के
 लिए सम्मान रखों।।
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प्रकाश कुमार
मधुबनी, बिहार

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