सागर समीक्षार्थ
विधा - हाइकु
1 - कोरोना तू तो
है बड़ा ही निर्दयी
कहां से आया
2 - सुख भी छीने
दुखों में तन्हा किया
अब जा कहीं
3 - जीना मरना
सब कुछ बदला
कोरोना तूने
4 - चाह कर भी
नहीं जा सकते हैं
सुख दुख में
5 - अकेले अब
खड़े रह गए हैं
सभी तो यहां
6 - बदल दिया
सभी कुछ अब तो
कोरोना तूने
7 - कैसी विपत्ति
आई दुनिया पर
बचाओ प्रभु
8 - रो रहे सभी
अपने घरों में ही
घबराए से
9 - मन से हारे
आज सभी जन तो
देखे घरों से
10 - सब की पीड़ा
अद्भुत बनी है
मूक सभी हैं
11 - ऐसी दुर्दशा
देखी न सुनी कभी
क्या हो रहा ये
12 - मौन है प्रश्न
उत्तर भी खामोश
सभी समझो
डॉ. राजेश कुमार जैन
श्रीनगर गढ़वाल
उत्तराखंड
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