स्वेता कुमारीधुर्वा, रांची द्वारा बेहतरीन रचना#जय जवान जय किसान#

जय जवान जय किसान 

भारत की आन बान शान
जय जवान जय किसान ,
एक करे देश की रक्षा , तो दूजा करे जीवन की रक्षा।


आंधी हो या तूफान, या हो नया कोरोना,
दोनो रहे आगे हमेशा, जब भी हो इनकी जरूरत की आशा।


बारिश हो या पड़े ओला
तपती धूप हो या हो कड़ाके की जाड़ा,
ना झुकी है ना झुकेगी,भारत की आन बान शान की परिभाषा।


एक मरे देश के लिए तो दूजा जिये देश के लिए,
प्रणाम है उन जवान और किसान को, 
जो रात दिन एक करे हमारे देश के सम्मान के लिए।।
जय जवान जय किसान।



 स्वेता कुमारी
धुर्वा, रांची

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