कवि भास्कर सिंह माणिक कोंच जी द्वारा रचना (विषय-अनुशासन)

मंच को नमन
विषय- अनुशासन

जीवन में
अनुशासन बहुत जरूरी

जो रखते हैं स्वयं को
अनुशासन में
वह हमेशा होते हैं
सम्मानित
कहां हुआ हर वाक्य
हो जाता है महत्वपूर्ण
हर व्यक्ति
करता है तारीफ
इसीलिए कहा जाता है
अनुशासन बहुत जरूरी है

अनुशासन का पालन
किया श्री राम ने
अनुशासन का पालन
किया अर्जुन ने
अनुशासन का पालन
किया हनुमान ने
आज पूजे जाते हैं
घर-घर में
ग्रंथ इसकी देता है गवाही
अनुशासन बहुत जरूरी है

जो नहीं करते अनुसरण
अनुशासन का
होती है उनकी गति
रावण कंस की तरह
दुशासन दुर्योधन की तरह
अनुशासन हीन का
जग में कोई नहीं करता
मान सम्मान अभिनंदन
अनुशासन प्रिय
बन जाते हैं उदाहरण
नव निर्माण के
सत्य है
अनुशासन बहुत जरूरी है
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मैं घोषणा करता हूं कि यह रचना मौलिक स्वरचित है।
भास्कर सिंह माणिक,कोंच

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