राष्टृभाषा हिन्दीअतिप्यारी#बाबूराम सिंह कवि द्वारा बेहतरीन रचना#

बदलाव पावन  साहित्य  मंच
 दिनांक  १४  /  ०९  / २०२० 
          हिन्दी  दिवस  पर
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🔥राष्टृभाषा हिन्दीअतिप्यारी🔥
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सरस सरल सुचितम शुभ न्यारी।
राष्टृ  भाषा  हिन्दी  अति  प्यारी ।।
एकताअखंड़ता की पांव है हिन्दी 
समरसता   सदभाव    है   हिन्दी ,
सर्वोतम    सत्य    प्रेम    पीयूषी -
सफलता   की   नाव  है   हिन्दी।
विश्व   सुन्दरी   अति   हितकारी ।
राष्टृ  भाषा  हिन्दी  अता  प्यारी ।।

विश्व  दृग  की  पलक   है  हिन्दी
आजादी  की  अलख  है   हिन्दी ,
शान्ति सुजनता सुख की स्नेहिल-
स्वाधीनता  शुभ झलक  है हिन्दी 
अनुपम  विश्व   बन्धुत्व   पुजारी।
राष्टृ  भाषा  हिन्दी   अति  प्यारी।।

हर्ष  उत्कर्ष  की  साज  है  हिन्दी ,
हर खुशियों   की  राज  है  हिन्दी ,
विश्व   गुरू    भव्य    भारत   की 
अनुप  भाल  की ताज  है  हिन्दी।
न्याय    नीति     राष्टृ    बलकारी।
राष्टृ  भाषा  हिन्दी  अति   प्यारी।।

स्कूल  ,कालेज  कोर्ट  हर घर में ,
संसद  आंफिस   बैंक  दफ्तर में ,
हिन्दी  हक   पाये   जब   अपनी-
नगर  बस्ती  हर  गांव   शहर  में।
जन-जन  को  कर  दे  सुविचारी।
राष्टृ  भाषा  हिन्दी  अति  प्यारी।।

हिन्दी  हर  जन  आत्मसात करे।
हिन्दी   में   ही   हर  बात    करे।
चहुंदिश   विकास  हो  हिन्दी का-
प्रचार-  प्रसार  दिन  -रात    करे।
सर्वोपरि     शुभदा     सुखकारी।
राष्टृ  भाषा  हिन्दी  अति   प्यारी।।

आओ   हिन्दी   खुशहाल   बने।
हर  भाव  से  माला-माल   बने।
वसुधा  पर  महक   उठे   हिन्दी -
हिन्दी  जग  बीच  मिसाल  बने।
प्राण   प्रण  से   लो   स्वीकारी।
राष्टृ भाषा  हिन्दी  अति  प्यारी।।

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बाबूराम सिंह कवि 
ग्राम-बड़का खुटहाँ ,पोस्ट-विजयीपुर(भरपुरवा)जिला-गोपालगंज (बिहार)
मो0नं0--9572105832
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