*विषय*नवरात्र विशेष*
*शीर्षक*मां शेरावाली*
हे मां शेरावाली हे मां जोतावाली
हम पर अपनी कृपा बरसाओ,
हम है तेरे सुत,अज्ञानी, अत्याचारी,
हमें जीवन का सत मार्ग दिखाओ,
आओ आओ माता शेरावाली आओ।
जीवन में मानव पाप अनेकों करता है,
पाने को उपलब्धियां राग द्वेष भी करता है,
इस राग द्वेष से हम सबको बचाओ,
हमें अपनी भक्ति का मार्ग दिखाओ।
तेरी भक्ति तेरी कृपा जो पा जाता है ,
उपलब्धियों का सागर स्वयं आता है,
कितना भी कष्ट हो मन नहीं घबराता है,
हर पल बस तेरा ही नाम याद आता है।
कथा,कहानी,वेद पुराणों से हमने जाना है,
देवों ने भी तेरी शक्ति को श्रेष्ठ माना है,
देवताओं का भी अहम को तूने मिटाया है,
बरसा के दया दैत्यों को भी स्वर्ग पठाया है,
मेरे मन से भी राग द्वेष सब मिटाओ ,
आओ आओ मां शेरावाली आओ ,
हम सब पर अपनी कृपा बरसाओ,
हमारा जीवन सुख समृद्धि से भरजाओ।।
*जय माता दी, जय माता दी,जय माता दी।*
ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम
(तिलसहरीकानपुर)
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