डॉ.अर्पिता अग्रवाल जी द्वारा खूबसूरत रचना#

बदलाव मंच को नमन
प्रतियोगिता हेतु रचना
विषय *सतर्क भारत, समृद्ध भारत*
 हो विपदा सामने कितनी ही बड़ी
 यदि सतर्कता से जनता हो खड़ी
 महामारी से मिलकर देश बचाएँगे
 भारत की सदा समृद्धि बढ़ाएँगे। 

दुश्मन से रहें हम सदा सावधान
घुसपैठियों को दें मुंहतोड़ जवाब
संभलकर कदम यदि हम उठाएँगे
भारत को सदा समृद्ध बनाएँगे।

 राग द्वेष वैमनस्य से हम रहें दूर
 छोड़ो चापलूसी जो दंभ में चूर 
 भ्रष्टाचार को हम देश से भगाएंगे 
 सतर्कता से देश में खुशियाँ लाएंगे। 

 संस्कारों को बनने न दें कमजोरी
 दुष्कर्मों और पाप से बनायें दूरी
 मानवता को ही सर्वधर्म बनाएंगे
सपनों का भारत समृद्ध बनाएंगे। 

 स्वरचित एवं मौलिक रचना
 डॉ.अर्पिता अग्रवाल
नोएडा, उत्तरप्रदेश

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ