कवयित्री गीता पाण्डेय जी द्वारा रचना

*सम्माननीय सुहृद जन। सादर अभिवादन*
आज दिनांक 18 अक्टूबर 2020 को आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि है। नवरात्रि के दूसरे दिन माँ ब्रह्मचारिणी देवी की पूजा अर्चना की जाती है। माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा तप, शक्ति , त्याग , सदाचार, संयम और वैराग्य में वृद्धि करती है और शत्रुओं का नाश करती है। 

नवरात्र की पूजा में मां ब्रह्मचारिणी देवी की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। मां दुर्गा की 9 शक्तियों के दूसरे स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी के दर्शन पूजन का विधान है। देवी ब्रह्मचारिणी का स्वरूप पूर्ण ज्योतिर्मय और अत्यंत भव्य रूप में होता है।  देवी के दाहिने हाथ में जप की माला और बाएं हाथ में कमंडल लिए श्वेत वस्त्र में देवी विराजमान होती हैं।

कवयित्री गीता पान्डेय रायबरेली*

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ