कवि राजेश निषाद हिंदुस्तानी जी द्वारा रचना “शिक्षा गीत"

*भोजपुरी गीत*
*शिक्षा गीत*
*बताव कईसे आगे बढ़ब*

पढ़ब नाहीं ते का करब 
बताव कईसे आगे तूं बढ़ब
आपस में अइसे जब लड़ब
बताव कईसे आगे तूं बढ़ब

ए फ़ॉर एप्पल,चाहे अ से अनार हो
दू अउरी दुई मिली तबे होई चार हो
जबले ईयादि नाहीं करब
बताव कईसे आगे तूं बढ़ब

पढ़-लिखि लेब राजा बाबू कहईब
करब नोकरिया नीमन दुलहिनि पईब
गांजा-दारू पी के हिलत चलब
बताव कईसे आगे तूं बढ़ब

माई-बाबू,गुरुजी के बतिया तूं मान
जइब इस्कूलवा में तबे मिली ज्ञान
रहब निरक्षर ते सतईब
बताव कईसे आगे तूं बढ़ब

 राजेश   निषाद हिंदुस्तानी
  महराजगंज, उत्तर प्रदेश
       8052558880
               ©®

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