कवयित्री डॉ. अलका पाण्डेय जी द्वारा रचना “राही गा आशा के गीत"

दोहे - 
राही गा आशा के गीत 

सत्य की होती जय है , गाये जा तू गीत ! 
खुशी सत्य के साथ है , जीवन लेगा जीत !!

मिले आनंद गीत से, सुनते है संगीत !!
मीत गीत गाते रहो , आशा भरते गीत !!

सनम गा गीत आस के , मन में उठे हुलार  !!
गाओ पटल पर कविता , पटल हुआ गुलजार !!

राहें संघर्ष रत हैं, गा आशा के गीत ।
आँधी से डरना नहीं , तेरी होगी जीत ।।

आस पर ही जीवन है , निराश में है हार , 
विश्वास में उम्मीदें है , जीवन जी ले चार ।।
ईश्वर को याद रखो , गाओ उसके गीत । 
भजन जीव आधार है , भजते रहो गीत ।।

डॉ अलका पाण्डेय मुम्बई

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