कवयित्री स्वेता कुमारी जी द्वारा रचना “ए पी जे अब्दुल कलाम"

बदलाव मंच को नमन

बदलाव मंच साहित्यिक प्रतियोगिता
दिनांक- 12/10/2020
विषय- अब्दुल कलाम सर
विधा- पद्य

ए पी जे अब्दुल कलाम

एक सपूत भारत मे ऐसा आया,
नाम अब्दुल कलाम कहलाया।
ऐसी सादगी रही जीवन मे,
फिर भी नाम मिसाइल मैन कहलाया।

सपना जिनका चाँद पर जाना,
उम्मीद जिनकी तारों के बीच रहना।
हदें  जिनकी सीमाओं से पार,
लक्ष्य जिनकी विश्व शांति का प्रसार।
एक सपूत भारत में ऐसा आया,
नाम अब्दुल कलाम कहलाया।।

उम्मीद उन बच्चों के,जिनकी आंखों में सपना हो,
सपना उन युवाओं के, जिनकी चेहरों पर उम्मीद हो।
जात पात से परे वो इंसान,
अब यादों में बस गया वो इंसान।
एक सपूत भारत में ऐसा आया,
नाम अब्दुल कलाम कहलाया।।

फकीराना जिंदगी जिया जिसने,
पसंदीदा राष्ट्रपति बना वो भारत में।
मन, दिमाग और शक्ति हो जिनकी अपार,
प्रणाम करें हम उनको बारम्बार।
एक सपूत भारत में ऐसा आया,
नाम अब्दुल कलाम कहलाया।।

भ्रष्टाचार मुक्त हो देश हमारा,
नारी शशक्ति जागृत हो मन हमारा।
आतंकवाद मुक्त हो देश हमारा,
सम्पूर्ण शिक्षित हो देश हमारा।
यही कुछ मुख्य था नारा उनका
नाम अब्दुल कलाम कहलाया।।

धन्यवाद।
स्वेता कुमारी
धुर्वा, रांची।
झारखंड।

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