कवि अशोक शर्मा वशिष्ठ जी द्वारा 'सतर्क भारत समृद्ध भारत' विषय पर रचना

नमन मंच
बदलाव अराष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय मंच प्रतियोगिता
दिनांक।   26/10/2020
विषय सतर्क भारत समृद्ध भारत

     
    मेरा भारत समृद्ध भारत
विश्व मे है न्यारा भारत
नई दिशा दिखलाता भारत 
जन जन को भाता सदा भारत

    आजादी से पहले देश गुलाम था
मानचित्र से गायब नाम था
दासता से जकड़ा हिंदोस्तानी अवाम था
आजादी हेतु छेड़ा महासंग्राम था

       शहीदों की कुर्बानियां रंग लाईं
हम ने आजादी पाई
नई फिजां नई बहार आई
भारत मे खुशहाली छाई

       देश मे नया युग आया
देशवासियों ने अपना योगदान पाया
संपूर्ण विश्व में अपनी क्षमता का लोहा मनवाया
दुनिया में एक नया इतिहास रचाया

          विदेशों में भारतीयों का अनुपम योगदान
हर देश मे भारतीयों के कायल और कद्रदान
अपनी योग्यता से बनाई सशक्त पहचान
कठिन मेहनत और लगन से छू लिया है आसमान

      आज भारत है विश्व नायक
सारे देशों का बना महत्वपूर्ण सहायक
बना हुआ है सर्वश्रेष्ठ उत्पादक
भारतीय उत्पादन श्रेष्ठ और प्रतिपादक

     आज भारत सतर्क है
शत्रुओं से सतर्क है
हर प्रकार की आपदा से निबटने मे सक्षम है
हर प्रकार की चुनौती से निबटने से सक्षम है

     चीन से कोरोना आया
पूरे विश्व मे उत्पात मचाया
अपना विकराल रुप दिखलाया
बड़ी बड़ी शक्तियों को इसने झुकाया

    भारत की जनता ने सतर्कता दिखलाई
इस घातक बीमारी पर लगाम लगाई
इस आपदा पर भारतीयों ने एकता दिखाई
सतर्क नागरिकों ने इस वायरस को धूल चटाई

     आम जनता ने सरकारी निर्देशों का पालन किया
मास्क और दो गज की दूरी का अनुपालन किया
काफी हद तक इस बीमारी को नियंत्रित किया
विश्व को एक सार्थक संदेश दिया

   आज भारत का समस्त देशों मे है सम्मान
शत्रु देशों के खड़े हो गए है कान
संपूर्ण विश्व मे रचे नये कीर्तिमान
विकास और प्रगति का एक प्रमाण

       मेरा भारत मेरा शान
मुझे अपने राष्ट्र पर गर्व ओर मान
हमारा भारत सदा रहेगा महान
आओ करें इसका सम्मान

          अशोक शर्मा वशिष्ठ
मैं घोषणा करता हूँ कि यह मेरी स्वरचित रचना है

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