*नमन मंच*
*(साप्ताहिक प्रतियोगिता नारी शक्ति /नवरात्रि 18अक्टूबर - 24 अक्टूबर के लिए मेरी रचना )*
*दिनांक - 19.10.2020*
*शीर्षक - माता रानी*
माता रानी का दरबार
सजे बड़ा प्यारा है
खुशियों का संसार
लगे बड़ा न्यारा है
माथे पर चुन्दड़ घणी घणी सोहे
बिंदी मुख मंडल आभा अति मोहे
आओ बजावे झनकार
सोणा सोणा जग सारा
माता रानी का दरबार
सजे बड़ा प्यारा है....
हाथों में चूड़ा खन-खन खनके
शंख त्रिशूल हाथों में धरके
करे दुष्टों का संहार
तेरी महिमा अपरम्पार
माता रानी का दरबार
सजे बड़ा प्यारा है.....
आँखों में काजल लाली सिंदूरी
कानों में कुंडल नाक में नथनी
गले में मुक्तनहार
अद्भुत छवि श्रृंगार
माता रानी का दरबार
सजे बड़ा प्यारा है.....
तू ही दुर्गा तूही काली माता
तेरी चौखट पर जो कोई आता
तू ही तो पालनहार
मेरा करो बेड़ा पार
झूठा है यह संसार
मेरा करो बेड़ा पार
माता रानी का दरबार
सजे बड़ा प्यारा है....
भक्तों की भक्ति मन की शक्ति
सच्चे मन से तू सबको सुनती
सद्मार्ग पर चले हर बार
करूँ विनती बारंबार
माता रानी का दरबार
सजे बड़ा प्यारा है....
नवरात्रि में माँ तुझे रिझाऊँ
सारी-सारी रात नाचती गाऊँ
करूँ मैं सोलह श्रृंगार
शीश नवाऊँ तेरे द्वार
करूँ तेरी जय जयकार
मेरा तुम ही आधार
माता रानी का दरबार
सजे बड़ा प्यारा है...
*मधु भूतड़ा*
*गुलाबी नगरी जयपुर से*
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