रश्मि मानसिंघानी जी द्वारा बदलाव मंच#

राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय बदलाव मंच 
मंच को नमन 
साप्ताहिक प्रतियोगिता 
विषय:दीपोत्सव 
दिनांक :12/11/2020
विधा:लेख 

*दीपावली पर्व*
 त्यौहार हमारी जीवन में उत्साह और उमंग भर देते हैं। महाकवि कालिदास ने कहा है, "मनुष्य उत्सव प्रिय होते हैं।" हर्ष का त्योहार दीपावली अंधकार पर प्रकाश की और अज्ञान पर ज्ञान की विजय का घोतक है। दीपावली के साथ कई धार्मिक तथा ऐतिहासिक घटनाएं जुड़ी हुई हैं । इस दिन भगवान राम चौदह वर्ष का वनवास काटकर अयोध्या वापस लौटे थे ।सीता लक्ष्मण सहित राम का स्वागत करने के लिए अयोध्या वासियों ने दीप मालाएं सजाई थी। इसे प्रत्येक वर्ष इसी उत्सव के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन विष्णु ने नरसिंह का अवतार लेकर प्रहलाद की रक्षा की थी।  समुंद्र मंथन करने से लक्ष्मी भी इसी दिन प्रकट हुई थी। जैन मत के अनुसार तीर्थकर महावीर का और आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती जी का महा निवारण भी इसी दिन हुआ था। त्योहारों में हमें अपने देश की भव्य भूतकाल की झलक मिलती है ।त्योहार हमारे जीवन में नई ताजगी और शक्ति भर देते हैं।

प्रकाश का त्योहार दीपावली का उत्साह एक दिन नहीं अपितु पूरे सप्ताह भर रहता है। धनतेरस से आरंभ होकर यह भैया दूज तक मनाया जाता है। लोग अपने घरों दुकानों की सफाई, लिपाई पुताई करवाते हैं। घर और दुकानों पर सुंदर  सजावट करते हैं ।रात्रि के समय लक्ष्मी गणेश का पूजन होता है।दुकानदार लोग अपने बही  खाते शुरू करते हैं।  मिठाइयाँ, मेवे, नमकीन, आतिशबाजी का बोलबाला रहता है। लेकिन पटाखों जलाने से वातावरण प्रदूषित होता है

इस साल करोना के कारण हम सब लोग परस्पर मिल नहीं पाएंगे और सम्मिलित रूप से उत्सव नहीं मना पाएंगे । हम सब मिलकर अपने बड़ों का प्यार और आशीर्वाद लेकर अपने पूरे परिवार के साथ लक्ष्मी जी का पूजन करेंगे ।पटाखे न जला कर प्रदूषण मुक्त दिवाली मनाएंगे। सबकी सुख समृद्धि की कामना करते हुए एक प्रार्थना सब मिलकर करेंगे कि हम सबको करोना से जल्द ही निदान मिले। तब तक करोना से बचाव के नियमों का पालन करते रहिए। अपनी प्रार्थना और दुआओं में विश्वास रखिए इसी के साथ आप सब को दीपावली की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।


 रश्मि मानसिंघानी
 मस्कट,ओमान

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