तेरी याद मे
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तेरी
याद मे
रोज सांझ ढ़लते
चिराग हम
जलाऐ।।
वतन
की खातिर
तेरी दी शहादत
याद कर
पाऐ।।
तेरी
जिंदगी के
किस्से हम गर्व
से सबको
सुनाऐ।।
मिसाल
हो तुम
हमारे गांव की
यही कह
इतराऐ।।
लोक
गीतों में
भी तेरा बलिदान
गाके कई
सुनाऐ।।
रानी
लक्ष्मीबाई तेरी
वीर गाथा नारीयों
का अभिमान
बढ़ाऐ।।
रणभूमि
मे तुमने
सबके छक्के छुड़ा
वीरांगनी मान
बढ़ाऐ।।
खूब
लड़ी मर्दानी
वो तो झांसी
वाली रानी
थी।।
यही
गाथा बूढ़े
बच्चे और आज
हम भी
सुनाऐ।।
वीना आडवानी
नागपुर, महाराष्ट्र
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