करवाचौथ विशेष
हे प्रिये,
तुम्हारे आने से रंगत बदल दी।
तेरे संगत से ये नजारा बदल गया ।
हे प्रिये,
तुम्हारे मेरे जीवन में आने से जन्नत बदल दी।
तेरे संगत से ये सहारा मिल गया ।
हे प्रिये,
तू सुख चैन की अंबार हैं ।
हे प्रिये,
तू किसी के परिवार की ख़ुशी है।
करवाचौथ, तो एक बहाना है।
वास्तव में परिवार का एक तू सहारा है।
बड़े बूढ़े नाते नाती तेरे ही भावुक है ।
नारी के रूप में बस तू आवभगत हैं।
हे प्रिये,
तुम्हारे लिए ही यह खुशियांँ चार चांँद लगाएगी ।
तेरे संगत से इस जीवन में दीवाली की खुशियांँ चार चांँद सजाएंगी।
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