सादर समीक्षार्थ
विषय - मुक्तक
खुशियों का त्योहार है आया
सब ने मिलकर इसको मनाया
मस्ती में सब झूम कर नाचे
सबको बड़ा ही आनंद आया ।।
सत्य पथ पर जब बढ़ जाओगे
फिर न तुम तो कभी भी डरोगे
दोगे तुम सदा साथ सत्य का
निर्बल का तब तुम बल बनोगे ।।
डॉ. राजेश कुमार जैन
श्रीनगर गढ़वाल
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