कवि अशोक शर्मा वशिष्ठ द्वारा 'बिरसा मुंडा' विषय पर रचना

राष्ट्रीय/ अंतरराष्ट्रीय बदलाव मंच
साप्ताहिक प्रतियोगिता
दिनांक। १८.११.२०२०
शीर्षक बिरसा मुंडा
विधा- कविता

विरसा मुंडा का व्यक्तित्व महान
आदिवासियों की आन बान और शान
आदिवासी उन्हें मानते हैं भगवान
अल्प आयु में  अर्जित किया खूब नाम

    उलीहातू (जिला खूंटी) उनका जन्मस्थान
पिता सुगना की वीर संतान
संघर्ष विद्रोह थी उनकी पहचान
आदिवासियों के महानायक और योद्धा महान

  देश की आजादी हेतु लड़ी लड़ाई
समाज सुधार की लहर  चलाई
जागीरदार प्रथा के खिलाफ आवाज़ उठाई
आदिवासियों मे चेतना जगाई

   किसानों के हित मे आवाज़  उठाई
स्वामी आनंद पांडे से धार्मिक शिक्षा पाई
हिंदू धर्म की पताका फहराई
धरती बाबा का पाया उपनाम

   उलगुलान आंदोलन की थामी कमान्
डोम्बारी बना युद्ध का मैदान
राष्ट्र हित दिया जीवन का बलिदान
देश हित मे पिया शहादत का जाम
ऐसी महान आत्मा को नमन और कोटि कोटि प्रणाम

     अशोक शर्मा वशिष्ठ
मैं घोषणा करता हूँ कि यह मेरी स्वरचित रचना है

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